Wednesday, 30 November 2022

 बाँटो और मौज करो!

हिंदू , मुस्लिम या ईसाई 
क्षण में हम बतलाते। 
भेद नहीं पर सूखे, गीले 
कचरे में कर पाते।।  😜
बाँटो, अवश्य बाँटो, पर,
लोगों को नहीं, कचरे को!😉

ऊपर उठता दिखता कोई ,
नीचे उसको खींचें। 
पर्वत लेकिन गाज़ीपुर का,
दिखे तो आँखें मींचें।। 
रोको, प्रगति रोको,पर, 
लोगों की नहीं, कचरे की! 😉

अलग  किया कचरे को तो 
उपयोगी बन जाएगा। 
लेकर रूप नया कोई 
फिर प्रयोग में आएगा।। 👍

खाद मिलेगी जैविक, कुछ 
उत्पाद नए पाएँगे। 
कचरे के बढ़ते पर्वत 
देखो, सब घट जाएँगे।। 👏

ग्राम, नगर,सब चमकेंगे ,
साँसें  राहत  पाएँगी। 
मुक्त  प्रदूषण से  होंगे,
मुस्कानें  बढ़ जाएँगी।।  😊😊

             - चारु शर्मा 
              30/11/2022

कृपया कचरे का पृथक्करण सुनिश्चित करें। 
इसके अनेक लाभ हैं। 🙏
Please ensure garbage segregation 🙏


शब्द - अर्थ (word -meaning)
भेद - difference 
पर्वत गाज़ीपुर का - दिल्ली-गाज़ीपुर बॉर्डर पर 
                             स्थित कचरे का पहाड़ (the 
                             mountain of garbage at 
                             Delhi - Gazipur border)
उपयोगी - useful                            
खाद - manure, fertilizer
उत्पाद - products
प्रदूषण - pollution
मुस्कानें - smiles

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