संयुक्त राष्ट्र में हिंदी
घर में अभी तिरस्कृत है पर,
रही विश्व में बढ़।
अपनों का भी जीतेगी दिल,
निश्चय उसका दृढ़।।
धीरे-धीरे पहचानेंगे,
उसके गुण सब जन।
फिर सहज ही कर जाएगी,
घर वह सबके मन।।
बहती तरल नदी सी है वह ,
निर्झर सी चंचल।
सागर सी संपन्न , गहन है ,
फुहार सी कोमल।।
भाषा का एक सेतु चाहिए,
जोड़े दिल से दिल।
हिंदी शक्त, लचीला सेतु ,
सब जाएँगे मिल।।
तर्कसंगत सोच,संग हो,
दिल से सतत प्रयास।
चमकेगी हिंदी भारत में,
पूरा है विश्वास।।
चारु शर्मा
15/06/2022
शब्द - अर्थ (word - meaning)
1. तिरस्कृत - उपेक्षित,अनादृत,अपमानित
2. विश्व - संसार, दुनिया, जग (world)
3. दृढ़ - पक्का, मज़बूत ( firm)
4. सहज - सरलतापूर्वक, आसानी से (easily)
5. निर्झर - झरना (waterfall)
6. संपन्न - समृद्ध,अमीर (rich)
7. गहन - गहरी, गंभीर (deep)
8. सेतु - पुल (bridge)
9. शक्त - शक्तिशाली (strong)
10. तर्कसंगत -जो तर्क की दृष्टि से उचित हो (rational)
11. सतत - हमेशा, सर्वदा, निरंतर (always,continuous)
एक ओर तो पूरा विश्व हिंदी की क्षमता को पहचान रहा है और उसे संयुक्त राष्ट्र की भाषाओं में स्थान प्राप्त होने का गौरव प्राप्त हुआ है वहीं दूसरी ओर उसे स्वदेश में ही उपेक्षा,अनादर और कुछ स्थानों पर विरोध का भी सामना करना पड़ रहा है। इसी स्थिति को परिलक्षित करती हुई मेरी यह नई कविता 🙏
ReplyDeleteFantastic
ReplyDeleteThank you :)
DeleteSatya kaha hai, bahut sundar
ReplyDeleteधन्यवाद 🙏😊
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