Sunday, 16 January 2022

 

मकर संक्रांति 




दक्षिण से उत्तर की ओर 
सप्त अश्व रथ हो सवार 
हुए अग्रसर सूर्य देवता
मकर संक्रांति का त्योहार

शीत घटेगा बढ़ेगी ऊष्मा
धरा का निखरेगा श्रृंगार
ठिठुरे,क्लांत तन-मन में
फिर आ जाएगी बहार

गंगा नहाओ, पतंग उड़ाओ
तिल-गुड़,खिचड़ी बांँटो,खाओ
खुशियांँ खड़ीं तुम्हारे द्वार 
मकर संक्रांति का त्योहार

             चारु शर्मा
             १५/०१/२२


शब्द - अर्थ (word - meaning)
दक्षिण - एक  दिशा का नाम (south)
उत्तर  - दक्षिण के सामने की दिशा (north)
सप्त -सात (seven )
अश्व - घोड़े (horses)
हुए अग्रसर - बढ़े / आगे चले ( proceeded, moved forward)
त्योहार- पर्व (festival)
शीत  - ठंड , सरदी (cold )
ऊष्मा - गरमी (heat)
धरा - धरती, पृथ्वी 
क्लांत - मुरझाया हुआ, हतोत्साहित, निढाल 





6 comments: