पतंग
सर सर सर सर उड़ी पतंग है।
देखो तो भई किस के संग है।
आगे पवन है , पीछे डोर।
खींचो इसको अपनी ओर।
आसमान में रंग -रंगीली।
लाल, गुलाबी,नीली,पीली।
इधर उधर लहरायेगी ।
मन में उमंग जगायेगी I
राजू , पिंकी तुम भी आओ।
सारे मिल कर पतंग उड़ाओ।
चारु शर्मा
18/8/14
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