Monday, 24 February 2025

 हम शिक्षित जन !👩🏻‍🎓👨🏻‍🎓


आगे-आगे पश्चिमी जगत        

पीछे-पीछे भागें हम।🏃🏻‍♀️🏃🏻🏃🏻‍♀️🏃🏻

भली-बुरी उसकी हर आदत 

अपना लेते गरम-गरम।।


उसकी देखा-देखी बदला 

खान-पान, मिष्ठान भी।

बोलचाल के तौर तरीके   

रहन-सहन, परिधान भी।।


अपने पर्व पुराने लगते

वैलेंटाइन लगे रुचिकर 🩷

होली में दिखतीं सौ कमियांँ

हैलोवीन हुआ मनहर!💀👹😍


लगे अनावश्यक निज भाषा

छोड़ रहे हैं उसका साथ।

इंग्लिश संग ही दिखे भविष्य

दृढ़ता से थामा है हाथ।।


ऐसी है यदि व्याख्या अपनी

करना होगा हमें विचार।

क्यों करते अनुकरण अत्यधिक?

क्यों ऐसा अपना व्यवहार?


हैं सक्षम अरु होनहार भी

देश को हम पर अभिमान। 

किंतु कहाने को वैश्विक हम 

खो रहे अपनी पहचान।।


समझें निज भाषा,संस्कृति को

सँवार लें समयानुसार।

नए भारत की पूर्ण छवि अब

देख ले सारा संसार।।🙏


-चारु शर्मा 
24 /02 /2025 


शब्दार्थ ( word- meaning)

परिधान-  वस्त्र (dress)

रुचिकर- जिसमें रुचि हो, प्रिय (interesting, dear)

मनहर - मनोहर, मनभावन,आकर्षक (attractive)

अनुकरण - नकल  करना (to copy)

अत्यधिक - बहुत ज़्यादा (excessive)

अरु - और (and)

कहाने को - कहलाने को  (to be called)

वैश्विक -विश्व का ( global)

सँवार लें - व्यवस्थित करें/ ढाल लें  (develop and let them evolve)

समयानुसार - समय के अनुसार (according to the time)

पूर्ण छवि -  (complete image)

देख ले सारा संसार - (let the whole world see)



No comments:

Post a Comment